यतो दृष्टी | Yato Hasta Tato Drishti

यतो हस्ताः ततो दृष्टिः  यतो दृष्टिः ततो मनः  यतो मनः ततो भावो  यतो भावो ततो रसः॥ Mithali Raj motivation: भरतनाट्यम, yato drishti meaning


नंदिकेश्वर (द्वितीय शताब्दी ई.) प्राचीन भारत के महान नाट्य-सिद्धान्तकार थे। उन्होने अभिनयदर्पण की रचना की। इस श्लोक से मिताली राज बहुत प्रभावित थीं। मिताली राज के संयोग से भारत में women's cricket को बहुत लाभ हुआ। 

अभिनयदर्पण के श्लोक संख्या ३७ में नन्दिकेश्वर कहते हैं-

यतो हस्ताः ततो दृष्टिः

यतो दृष्टिः ततो मनः

यतो मनः ततो भावो

यतो भावो ततो रसः॥

यतो हस्ताः ततो दृष्टिः अर्थ

जहाँ हाथ होते हैं वहाँ दृष्टि होती है, जहाँ दृष्टि होती है वहाँ मन होता है, जहाँ मन होता है वहाँ भाव होता है, जहाँ भाव होता है वहँ रस होता है।

Yato Hasta tato Drishti meaning in English 

Where the hand gestures are, the eyes follow

Where the eyes go, the mind follows

Where the mind is, there is the feeling evolves

Where the feeling evolves, the Rasa flows


वर्ष २०२२ में आई Shabaash Mithu पिक्चर में इस दोहे को दोहराया गया। इसमें तापसी पन्नु ने मुख्य किरदार मिताली राज का निभाया है।




टिप्पणियाँ

लोकप्रिय पोस्ट