असली सोने की पहचान कैसे करें? Testing of Gold in Hindi

सोने की शुद्धता को मापने के लिए हम कैरेट इकाई का इस्तेमाल करते हैं।

0 कैरेट का मतलब होता है कि आप जो पदार्थ लेकर आए हैं उसमें सोने की मात्रा बिल्कुल भी नहीं है।

और 24 कैरेट का सोना सबसे ज्यादा शुद्ध होता है यदि आप 24 कैरेट के सोने का टुकड़ा जमाने के लिए लाए हैं तो इसका मतलब है कि आपके पास जो सोने का पदार्थ है उसमें बिलकुल भी मात्रा अन्य किसी पदार्थ की नहीं है उसमें शत-प्रतिशत सोना ही है।

सबसे पहले अपने सोने के आभूषण पर पारखी पत्थर से बारीक सी खरोच करें। 14 से 22 कैरेट तक के सोने की जांच कैसे करें, असली सोने की पहचान करने का वैज्ञानिक व सटीक तरीका, शोरे के अमृत से करें सोने की पहचान, How to test gold in Hindi, chemical used to test gold is nitric acid

क्यों होती है सोने में मिलावट

  1. मजबूती लाने के लिए: असली सोना हाथ में फिसलता रहता है। इस को मजबूती देने के लिए कॉपर और जिंक के साथ मिलाया जाता है।
  2. धोखा देने के लिए: यह कार्य झूठ का है। इससे ना बेचने वाले और ना ही खरीदने वाले को फायदा होता है।

शोरे के अम्ल के द्वारा होती है सोने की शुद्धता की पहचान।

सबसे पहले अपने सोने के आभूषण पर पारखी पत्थर से बारीक सी खरोच करें।

खरोच वाली जगह पर निम्न क्रिया करें।

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शोरे का अम्ल सामान्य रूप से ६९ प्रतिशत वाली शुद्धता का रहता है। यह २२ कैरेट तक वाले सोने को जांचने के लिए उपयोग होता है।

सबसे अशुद्ध सोना लगभग १४ कैरेट का होता है। इसलिए सोने को जांचने के लिए शोरे के अम्ल को न्यूनतम 40% पर ले जाना पड़ता है।

यदि मात्र 40% शुद्ध होने पर भी सोना शोरे के अम्ल के साथ क्रिया कर जाता है, तो समझना चाहिए कि वही सबसे अशुद्ध सोना है। जो कि 14 कैरेट का भी नहीं है।

यदि क्रिया नहीं होती है तो फिर हम और भी ज्यादा शुद्धि वाले शोरे के अम्ल के साथ जांचते हैं। मान लीजिए कि ६९% शुद्धता वाले शोरे के अम्ल का भी सोने पर कोई प्रभाव नहीं पड़ा, तो मानना चाहिए कि यही सबसे शुद्ध सोना है। जो कि २२ कैरेट से ऊपर का है।

14 से 22 कैरेट के सोने को इसी प्रकार जांचते हैं। शोरे के अम्ल की शुद्धता बढ़ाते जाते हैं। जैसे ही सोना शोरे के अम्ल की शुद्धता बढ़ाने के साथ क्रिया देता है, उसी हिसाब से उस सोने के असलियत की पहचान होती है।

शोरे के अमले की शुद्धता कैसे घटाई जाती है?

जैसा कि आपको पता है कि सामान्य रूप से शोरे का अम्ल 69 प्रतिशत शुद्धता का होता है। इसको कम करते करते हैं हम 40% तक लाते हैं। तो, इसको कम कैसे किया जाता है? आसान है इसको पानी में मिला मिला कर।

ऐसा करने के लिए इसमें साधारण सी गणित का इस्तेमाल होता है।

हमें सबसे ज्यादा शुद्ध शोरे के अम्ल की पहचान है - ६९.५%। हमें सबसे कम शोरे के अम्ल की पहचान है - ४०%। अब हमें चाहिए कि ५० मिलीलीटर का मिश्रण बने।

तो, 69.5% की शुद्धता वाले शोरे के अम्ल को कितने मिलीलीटर पानी में मिलाया जाए की 40% वाला शोरे का अम्ल प्रदान हो?

अ = अशुद्धि लाने के लिए पानी का आयतन या Volume
ब = अम्ल का आयतन कितना लेना चाहिए
स = कितना शुद्ध अम्ल चाहिए = 40%
द = कितना शुद्ध अम्ल मौजूद है = 69.5%
म = कितने आयतन का मिश्रण चाहिए = 50ml

सूत्र

अ=म/[1+{स/(द-स)}]

अ = २१ मिलीलीटर पानी
ब = ५०-२१ = २९ मिलीलीटर अम्ल

ऐसे ही क्रमशः हम 40% का, 60% का एवं 69% के शौर्य के अम्ल का मिश्रण बनाना चाहिए।

40% वाला शोरे का अम्ल यदी सोने पर क्रिया कर जाता है तो मानना चाहिए कि 14 कैरेट से कम सोना है। यदि 60% वाला शोरे का अम्ल सोने से क्रिया कर जाता है तो मानना चाहिए कि 14 कैरेट से 18 कैरेट तक के बीच का सोना है। यदि 69% वाले शोरे का अम्ल सोने से क्रिया कर जाता है तो मानना चाहिए कि 18 से 22 कैरेट तक का सोना है।

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